निरंजनो निराकरो एको देवो महेश्वर:।

मृत्यू मुखम् गतात् प्राणं बलात रक्षति:॥ 

निरंजन एंव निराकार महेश्वर ही एक मात्र देव हैं जो मृत्यू के मुख मे गए हुए प्राणों की बलपुर्वक रक्षा करने


में समर्थ हैं।”

ॐ नम: शिवाय